नमस्कार मित्रो स्वागत हैआप सबका मेरे AyurdailyLife ब्लॉग मे । साथियो आज मै फिर हाजिर हू आपके सामने एक नई पोस्ट के साथ मित्रो आज मै अजवाइन के बारे मे विस्तार से चर्चा करेगे । अजवाइन भारतीय रसोई के व्यंजनो मे आम है। बीज के रूप मे इसे जानते है अपितु यह अजवाइन का फल होता है। आजवाइन बहुत ही पौष्टिक है । इसमे फाइवर,एंटीआक्सीडेंट,विटामिन और खनिज प्रचुर मात्रा मे है। इसके कई स्वस्थ लाभ है। तभी लंबे समय से आयुर्वेद चिकित्सा मे इसका उपयोग किया जाता है।
1-पाचन विकार :- आयुर्वेदिक चिकित्सा मे पाचन संबंधी समस्याओ के लिए अजवाइन का प्रयोग किया जाता है। यह अपच ,पेट दर्द ,जलन जैसे समस्याओ मे बहुत असर कारक है। अजवाइन भूख को बढ़ाती है। अजवाइन गैस्ट्रिक जूस के स्रवण को बढ़ाकर पाचन सुधारने मे बहुत लाभकारी है। 1 चम्मच जीरा 1 चम्मच अजवाइन और इसमे 1/2 चम्मच अदरक पावडर मिलाकर रोजाना गुनगुन पानी के साथ लेने से अपच ,ऐसिडिटी,सिने मे जलन जैसी समस्याओ मे लाभ होता है। आयुर्वेद मे अजवाइन को पाचन औषधि के रूप मे जाना जाता है। अजवाइन सभी प्रकार के अन्न को हज़्म करने की शक्ति रखता है। यह डाइजेस्टीव एंजाइम की एक्टिविटी को बढ़ाकर हज़्म करने की शक्ति को बढ़ता है।
2-अजवाइन मे शक्तिशाली जीवाणुरोधी और एंटिफंगल गुण :- दो सक्रिय यौगिको ,कारवाक्रोल और थाइमोल के कारक है। जो वैक्टीरिया और कवक के विकास को रोकने मे सहयोगी है ।
3-स्वसन संबंधी बीमारियो मे :- अजवाइन बलगम का निर्वहन कर नाक की रुकावट से छुटकारा दिलाता है। अजवाइन और गुड़ का पेस्ट बना के गर्म करे और इसका सुबह शाम दो बार सेवन करे । इससे अस्थमा,ब्रोकाइटिस जैसी बीमारियो मे लाभ होता है।
4-बच्चो मे गैस की समस्या :- अजवाइन का पानी बच्चो की गैस की समस्या को दूर करता है। 2 चम्मच अजवाइन के भुने हुये बीजो को पानी मे उबाल ले फिर इसे छानकर गुनगुना ही सेवन करे । स्वाद के लिए इसमे 1 चम्मच शहद मिला ले । प्रतिदिन अजवाइन का पानी पीने से पाचन को संतुलित करने के साथ फैट ,और वजन को भी कम करता है।
5-दर्द निवारक :- अजवाइन माइग्रेन के सरदर्द के लिए भी लाभकारी है। अजवाइन के पावडर को पतले कपड़े मे लेकर बार -2 सूंघे । कान दर्द को दूर करने के लिए 2 बूंद अजवाइन के तेल को कान मे डाले । दांत दर्द से तुरंत राहत पाने के लिए गुनगुन पानी मे 1 चम्मच अजवाइन और नमक डालकर कुल्ला करे । जीवाणुरोधी और एंटिफंगल गुणो के कारण यह माउथ फ्रेशनर का काम करता है।
6-अजवाइन कोलेस्ट्राल और ट्राइग्लिसराइड को कम करता है:- अजवाइन उच्च कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करता है।
7-त्वचा की सफाई-अजवाइन त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद है। यह मुहासे को ठीक करता है । 10-15 मिनट के लिए मुह के प्रभावित जगह पर अजवाइन के पावडर को लगाए और फिर सूखने पर धो ले । अजवाइन का उपयोग सुरछित है। किन्तु पित्त की समस्या जिन लोगो को है या जिनका पित्त बढ़ा है वे अजवाइन का प्रयोग कम मात्रा मे करे। गर्भवती या स्तनपान कराने बाली महिलाओ के स्वास्थ्य पर पड़ने बाले संभावित खतरनाक प्रभावो के लिए अजवाइन के प्रयोग से बचना चाहिए। यदि आप गर्भधारण महिला है या बच्चो को स्तनपात करा रही है तो आपको अजवाइन का प्रयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
8-कफ से राहत - अजवाइन कफ से राहत दिलाने मे बहुत उपयोगी है। स्वास नली मे जमे हुये बलगम को बाहर निकालकर दमा की परेशानी को दूर करने मे सहायक है। दिन मे दो बार अजवाइन का काढ़ा पीने से दमा के मरीजो को आराम मिलता है।
9-पेट का संक्रमण -अजवाइन एन्थेल्मिटिक एक्टिविटी को बढ़ा कर परिजीवी की गतिविधि को कमजोर करता है । जिससे पेट के संक्रमण मे राहत मिलती है। कोलेर्नेजिक एक्टिविटी पेट के मसल्स के संकुचन को कम करता है और परिजीवी को बाहर निकालता है। 1-2 ग्राम या चौथाई चम्मच अजवाइन का चुरण गुड के साथ दो बार लेने से फायदा होगा।
10-अजवाइन के नुकसान -अजवाइन को निश्चित मात्रा से उपयोग किया तो उल्टी ,जी मतलाना और सिर दर्द की समस्या हो सकती है। जिसे अजवाइन से एलर्जी होती है उनको पित्त की समस्या हो सकती है। अजवाइन का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर ले ले । अजवाइन का ज्यादा उपयोग करने से त्वचा संवेदन सील हो सकती है। जो बाद मे स्किन कैंसर का कारण बन सकता है। अतः अजवाइन का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर ले ।
अतः मित्रो AyurdailyLife मे आप ने अजवाइन से होने बाले फ़ायदों के बारे मे जाना आप अपनी समस्या के हिसाब से सावधानी पूर्वक अजवाइन का प्रयोग कर सकते है। पेट के पाचन के लिए अजवाइन एक रामवाण औषधि के रूप मे काम करता है । आप अजवाइन को भूनकर गुनगुने पानी के साथ ले ।
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