यूरिक एसिड का आयुर्वेदिक उपचार (Ayurvedic Treatment of Uric Acid)
विषय - नमस्कार मित्रो कैसे है आप सब आशा करता हू। कुशल से होगे और जहा भी होगे मेरे  AyurdailyLife हैल्थ ब्लॉग के आयुर्वेदिक उपचार को अपना कर ज्यादा से ज्यादा लाभ उठा रहे होगे। और  मेरे प्यारे पाठकगणो ब्लॉग  को पढ़कर अच्छा लगे तो कमेंट और फॉलो करना न भूले इससे हमे मोटिवेशन मिलता है। मित्रो चलिये अब मै आज के टॉपिक पर आता हू। आज हम यूरिक एसिड के बारे मे बात करुगा।  यूरिक एसिड के उच्च स्तर को हाइपरयूरिसीमिया कहा जाता है। इससे गाउट नामक बीमारी होती है। जिससे जोड़ो मे दर्द होने लगता है। हमारा शरीर यूरिक एसिड उत्पन्न करता है। और यह  (प्युरीन ) उन पदार्थो को तोड़ता है। जो हमारे शरीर मे स्वाभाविक रूप से पाये जाते है। जब हमारे रक्त मे यूरिक एसिड का लेवल बढ़ता है । तो रक्त मे यूरेट क्रिस्टल जमा हो जाते है। यह हमारे रक्त और मूत्र को भी अम्लीय बना सकता है। इस समय यूरिक एसिड का उच्च स्तर होना या गाउट होना आम समस्या बन गयी है। बहुत सारे लोग इस समस्या से जूझ रहे है। अगर आप या आपके परिवार मे कोई इस बीमारी से परेशान है। तो  ayurdailyLife की  उपचार पद्धति से ठीक कर सकते है। आपको जीवनभर दवाओ पर निर्भर नही रहना पड़ेगा। 

यूरिक एसिड बढ्ने के कारण  (Reason of Increase Uric Acid)

1- धीमा मेटाबालिज़्म  ( Unhealthy Intestine)

2-गतिहीन जीवन  ( Speedless Life)

3-प्रोटीन का सेवन अधिक और वसा का सेवन कम करना।

4-रात मे अधिक या भारी भोजन करना।

5-आपके सोने और खाने मे अनियमितता।

6-पर्याप्त पानी न पीना।

7-अत्यधिक मांसखाना।

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यूरिक एसिड को लेवल करना- AyurdailyLife के अनुसार यूरिक एसिड लेवल को ठीक करने के लिए अपनी जीवनशैली मे कुछ चीजों को सामिल करने की जरूरत है। यूरिक एसिड बढ्ने पर 5 बीमारियो का खतरा बढ़ जाता है। महिलाओ का यूरिक एसिड बढ़ता है तो गाउट की समस्या हो जाती है। आइये जानते है जीवनशैली मे बदलाव करके यूरिक एसिड कैसे कम करे।अलसी के बीज बढ़े हुये यूरिक एसिड को कम करने मे बहुत ही कारगर है। अलसी के बीज को रोस्ट करके प्रयोग करे । पानी का सेवन पर्याप्त मात्रा मे करे रोजाना 30-45 मिनट एक्सरसाइज करे । रोजाना 8 बजे से पहले खाना खा ले और हा हल्का भोजन करे । खट्टे फलो का सेवन करे जैसे  आंवला ,जामुन ,आदि। तनाव को कम करे रात को बेहतर नीद ले । 

आयुर्वेदिक जड़ी बूटिया - आइये जानते है कुछ जड़ी बूटियों के बारे मे जिनका उपयोग कर हम यूरिक एसिड को कंट्रोल कर सकते है ।

1-गिलोय - गिलोय हाई यूरिक एसिड के लिए अद्भुत और सर्वोत्तम आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है। गिलोय के ताजे पत्तों और तनों शाम को पानी मे भिगो दे।सुबह इसे पीस ले फिर इसे एक गिलास पानी मे आधा रहने तक उबाले और खाली पेट सेवन करे।आप इसे अन्य रूप मे भी प्रयोग कर सकते है। जैसे जूस ,पावडर ,टैबलेट आदि। 

2- अजवाइन - अजवाइन का उपयोग आयुर्वेदिक दवाओ के रूप मे किया जाता है। अजवाइन के नित्य सेवन से यूरिक एसिड के स्तर को कम कर सकते है। क्यूकि अजवाइन मे ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है। जो यूरिक एसिड को कंट्रोल करता है। इसके लिए आप शुबह खाली पेट अजवाइन के पानी का सेवन करे ।

3-सेव का सिरका - सेव का सिरका हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसके लिए एक गिलास पानी मे दो चम्मच सेव का सिरका मिलकर सुबह शाम सेवन करे । इससे शरीर मे बढ़ा हुआ यूरिक एसिड धीरे धीरे कम होने लगेगा ।

4-गेहु का ज्वार - गेहु का ज्वार यूरिक एसिड को कम करने मे सहायक है । क्यूकि इसमे विटामिन सी ,क्लोरोफिल और फाइटोकेमिकल्स भरपूर मात्रा मे होता है। रोजाना नीबू के जूस मे 2 चम्मच गेहु के ज्वार को मिलकर सेवन करे ।

5-लौकी का सूप - लौकी आइरन ,कार्बोहाइड्रेट,मिनरल्स ,और विटामिन बी भरपूर मात्रा मे पाया जाता है। यूरिक एसिड मे लौकी का सूप बहुत फायदेमंद है। रोजाना लौकी के सूप का सेवन करे। 

मित्रो आज हमने AyurdailyLife के माध्यम से जाना कि यूरिक एसिड का उपचार कैसे करेगे। अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी हो तो हमारे ब्लॉग को फॉलो करे ताकि हमारी आने बाली पोस्ट की नोटिफ़िकेशन आपको सबसे पहले मिले। आप स्वस्थ रहे निरोग रहे।